| Thursday, 03 May 2012 18:48 |
छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के कलेक्टर अलेक्स पॉल मेनन 12 दिन तक माओवादियों के कब्जे में रहने के बाद आज शाम रिहा हो गए। माओवादियों ने मेनन को ताड़मेटला के जंगल से रिहा कर दिया। मेनन ने सबका धन्यवाद दिया। छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के कलेक्टर अलेक्स पॉल मेनन का माओवादियों ने इस महीने की 21 तारीख को अपहरण कर लिया था तथा इस दौरान उनके दो सुरक्षाकर्मियों को गोली मार दी थी। इस घटना को अंजाम देने के बाद माओवादियों ने राज्य सरकार से अपने 17 साथियों को रिहा करने समेत पांच मांगे सामने रख दी थी। माओवादियों ने अपनी मांगों को पूरा करने के लिए राज्य सरकार को 25 अप्रैल तक का समय दिया था, लेकिन बाद में माओवादियों ने अपने एक संदेश में आठ कार्यकताओं को रिहा करने की मांग कर दी थी। इसके लिए राज्य सरकार को दो मई तक का वक्त दिया था। इस समस्या के समाधान के लिए राज्य सरकार की ओर से मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्य सचिव निर्मला बुच और छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्य सचिव एसके मिश्रा तथा माओवादियों की ओर से पूर्व प्रशासनिक अधिकारी बीडी शर्मा और हैदराबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय के प्रोफेसर हरगोपाल ने मध्यस्थ के रूप में पांच दौर की लंबी बातचीत की थी। बाद में राज्य सरकार और माओवादियों के मध्यस्थों ने एक समझौते पर हस्ताक्षर किया, जिसके तहत राज्य में वर्षाें से जेलोंं में बंद आदिवासियों के मामले की जांच और सुनवाई के लिए एक उच्चाधिकार समिति का बनाने का फैसला किया गया है। गत मंगलवार की शाम माओवादियों ने संवाददाताओं को संदेश भेजकर कलेक्टर मेनन को आज रिहा करने की बात कही थी। |
Thursday, May 3, 2012
माओवादियों के चंगुल से रिहा हुए डीएम अलेक्स पॉल
माओवादियों के चंगुल से रिहा हुए डीएम अलेक्स पॉल
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