यह निश्चितरुप से एक सशक्त आरंभ है। मेरे जैसे जो डीएस4 और बामसेफ के शुरुवाती दिनों में सक्रिय रहे, ऐसे अनेक कार्यकर्ताओं की आशाऍं पल्लवित हो गई है। मुंबई में हुये एकीकरण के कार्यक्रम ने चिंगारी का काम किया है। मेरे जैसे अनेक अब जुडने के लिए तैयार है। आपके प्रयास को प्रणाम!!!
- अशोक वानखडे
- अशोक वानखडे
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